हिंदी कहानियां प्रेरणादायक No Further a Mystery
हिंदी कहानियां प्रेरणादायक No Further a Mystery
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अपने होठ चाट रहा था. उसके भोजन की घड़ियाँ बीत रही थी, कुछ ही देर में कोई पशु नही आया तो वह शिकार को चल पड़ेगा.
पत्नी से भावावेग में सोए हुए बेटे को उठाकर कहा- देख बेटे तेरे पापा कितने वर्ष बाद आए हैं, उस बेटे ने जैसे ही उस धनी पिता को दंडवत प्रणाम किया. सिर से उसकी पगड़ी गिर गईं,
जब तक आप नियमित और दृढ़ हैं, आप हमेशा जीतेंगे, चाहे आपकी गति कुछ भी हो। आलस्य और घमंड हमारा सबसे बड़ा शत्रु है, इससे दूर रहा चाहिए।
यह क्रम कई दिन तक चलता रहा, अचानक जैसे ही उमा एक दिन खिड़की से डंडा निकालकर उस घौसले को गिरा रही थी,
तब वह बोला- भासुरक कौन हैं ? क्या उसे ज्ञात नही कि यह जंगल तो मेरा हैं ?
चाहे कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो उन्हें बुद्दि के बल पर पराजित किया जा सकता हैं- लीजिए शुरू करते हैं यह बच्चो के लिए शिक्षाप्रद कहानी-
एक बार तीन दोस्त किसी शहर की मुख्य सड़क से होकर गुजर रहे थे.
पर खेत का मालिक नही माना, कुछ देर बाद गायों का एक झुण्ड आया. कुरज ने वैसे ही करुण स्वर में विनती की-
उनके वंश का नाश कर डालूगा. खरगोश ने विनयपूर्वक सिर झुककर कहा- क्षमा करे स्वामी, आप व्यर्थ क्रोध कर रहे हैं, इसमे न मेरा अपराध हैं, न अन्य पशुओ का.
श्रीमती जी की रात के दो बजे अचानक नींद खुली तो पाया कि पतिदेव बिस्तर पे नहीं है। जिज्ञासावश उठीं, खोजा तो देखा डाइनिंग टेबल पर बैठे कॉफी का कप हाथ में लिये विचारमग्न होकर पति देव दीवार को घूर रहे ...
कर्म, कठोरता, लगन और निष्ठां से कोई भी व्यक्ति महान बन सकता हैं.
तभी अचानक एक की नजर एक छिक्के पर गईं, और उस पड़े छिक्के को उठा लिया.
कुछ समय बाद वहा से ऊंटों का झुण्ड गुजरा. कुरज ने ह्रदय चिर देने वाली करुण स्वर में विनती की.
कुछ समय तक दोनों ही महात्मा जी के मुह की ओर ताकते रहे फिर बोलर- किन्तु यह कैसे संभव हैं ? भूमि भी कभी बोलती हैं.